Lekhny Story -20-Aug-2023
रिमझिम बारिश में याद आने लगे, याद आकर दिल को सताने लगे।
दूर से ही मोहब्बत जताने लगे, न मिलने के बहाने बनाने लगे। बूंदें मिल धरा से हर्षाने लगे , प्यार के फिर गीत गाने लगे। धानी चुनरी पहन इतराने लगे, खुशियों के बादल मंडराने लगे।
रिमझिम बारिश में याद आने लगे
सोए जज्बात दिल के जगाने लगे, वादा आने का कर फिर मनाने लगे। सावन में आऊंगा समझाने लगे, लाऊंगा तोहफे फिर बताने लगे। कजरे गजरे की बातें बनाने लगे, झुमके ,चूड़ी ,बिंदी,पायल लाने लगे।
रिमझिम बारिश में याद आने लगे।
ख्वाब मिलने के सजाने लगे, बस आएंगे मन समझाने लगे। पलकें राहों में उनकी बिछाने लगे, तारे गिन गिन रात बिताने लगे। दिन खुशियों के फिर आने लगे, प्रियतम साथ मेरे मुस्कुराने लगे।
रिमझिम बारिश में याद आने लगे। रचनाकार ✍️ मधु अरोरा 20.8.2023